किसी गैस की किसी द्रव में घुलनशीलता उस गैस के उस द्रव के उपर स्थित आंशिक दाब के समानुपाती होता है।
8.
अतः वायुमण्डल में, सामान्य तापों पर पानी की वाष्प द्रव में बदल जायेगी यदि इसका आंशिक दाब पर्याप्त बढ़ा दिया जाय।
9.
यहाँ किसी दिए हुए गैसों के मिश्रण में सब गैसों की समवेत दाब (P) है और उन गैसों की पृथक् पृथक् दाब या आंशिक दाब (p1), (p2), (p3)......आदि।
10.
किसी नियत ताप पर, किसी द्रव के निश्चित आयतन में घुल सकने वाली किसी गैस की मात्रा उस गैस के उस द्रव के साथ साम्यावस्था की स्थिति में आंशिक दाब के समानुपाती होती है।